बिहार चुनाव में मुस्लिम वोटों के ओवैसी की AIMIM की ओर झुकाव की चर्चा तेज है। क्या यह महागठबंधन से नाराज़गी, स्थानीय नेतृत्व की कमी या पहचान की राजनीति का असर है? देखिए, श्रवण गर्ग की खरी खरी में पूरा विश्लेषण।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।


























