बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ दिन पहले नीतीश कुमार तब ख़ासे परेशान हो गए थे, जब बीजेपी की ओर से जारी पोस्टर्स में उनका चेहरा ग़ायब था। यह ख़बर सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर बुलेट ट्रेन की रफ़्तार से दौड़ी और जेडीयू के चुनाव प्रबंधकों को इसमें बीजेपी की सियासी चाल नज़र आई।