प्रधानमंत्री मोदी ने उज्ज्वला जैसी योजनाओं से जिन महिलाओं को अपनी मुरीद बना लिया था क्या उन्हें अब केजरीवाल ने एक झटके में अपनी तरफ़ कर लिया है? दिल्ली चुनाव में जहाँ प्रधानमंत्री मोदी की पार्टी बीजेपी को 35 फ़ीसदी महिलाओं ने अपनी पसंद बताया वहीं केजरीवाल की आप को 60 फ़ीसदी महिलाओं ने। केजरीवाल को महिलाओं को इतना ज़बरदस्त समर्थन कैसे मिला? इसका मतलब क्या है? क्या प्रधानमंत्री मोदी का करिश्मा महिलाओं में ख़त्म हो रहा है? क्या प्रधानमंत्री मोदी की जगह अरविंद केजरीवाल ले रहे हैं?
प्रधानमंत्री मोदी को छोड़ केजरीवाल की मुरीद कैसे हुईं महिलाएँ?
- दिल्ली
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- 14 Feb, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने उज्ज्वला योजना व दूसरी योजनाओं से जिन महिलाओं को अपनी मुरीद बना लिया था क्या उन्हें अब केजरीवाल ने एक झटके में अपनी तरफ़ कर लिया है?

चुनाव पूर्व कराए गए 'लोकनीति-सीएसडीएस-द इंडियन एक्सप्रेस' के सर्वे के अनुसार आम आदमी पार्टी को पुरुषों की अपेक्षा 11 फ़ीसदी ज़्यादा महिलाओं ने वोट दिया। केजरीवाल की पार्टी को जहाँ कुल पुरुष मतदाताओं में से 49 फ़ीसदी लोग वोट देने के पक्ष में थे वहीं कुल महिला मतदाताओं में से 60 फ़ीसदी महिलाएँ। यह भी ग़ौर किया जाना चाहिए कि 2015 के मुक़ाबले इस बार आप को वोट देने वाले पुरुष मतदाताओं में 6 फ़ीसदी की कमी आई है, जबकि महिला मतदाताओं में 7 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बीजेपी के मामले में यह उलटा है। बीजेपी के पक्ष में कुल पुरुष मतदाताओं में से 43 फ़ीसदी रहे तो कुल महिला मतदाताओं में से सिर्फ़ 35 फ़ीसदी ही। 2015 की अपेक्षा इस बार बीजेपी को समर्थन देने वाले पुरुषों में 11 पर्सेंटेज प्वाइंट तो महिलाओं में एक पर्सेंटेज प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई।