दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के 'गंभीर' वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि उसके नेता सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद पटाखे फोड़ने को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस भाजपा के नियंत्रण में है लेकिन पुलिस राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखों की बिक्री और फोड़ने को रोकने में विफल रहे।
दिवाली के एक दिन बाद ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर क्षेत्र में पहुंच गई, जिससे दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों के लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो गया है।
सत्य हिन्दी के पाठक इन लाइन पर क्लिक करके दूसरी रिपोर्ट पढ़ सकते है कि किस तरह दक्षिणपंथी संगठनों ने पटाखों को फोड़े जाने का स्वागत किया।उन्होंने कहा- "दिल्ली सरकार ने प्रदूषण रोधी जीआरएपी-4 उपाय लागू किए। हमने सोमवार को तय किया था कि ग्रेप-4 के नियम अभी भी लागू रहेंगे। पानी छिड़काव का अभियान मंगलवार दोपहर 12 बजे शुरू हो गया है। धूल के कणों को रोकना होगा। वाहनों पर प्रतिबंध अभी जारी रहेगा।"
कांग्रेस ने दोनों पर हमला बोला
कांग्रेस ने प्रदूषण पर बयानबाजी के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों पर हमला बोला। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "भाजपा और आप आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेलने में व्यस्त हैं, जबकि दिल्ली के लोगों का दम घुट रहा है। ये दोनों इसके लिए जिम्मेदार हैं। (दिवाली के दौरान) बहुत अधिक धुआं छोड़ने वाले पटाखे फोड़े गए। (दिल्ली में) कानून-व्यवस्था बनाए रखना किसकी जिम्मेदारी है। केंद्र सरकार क्या कर रही थी?"
अपनी राय बतायें