एक वरिष्ठ पुलिस अफ़सर ने अख़बार को बताया, ‘हम हिंसा भड़कने के बाद इन लोगों के फ़ोन की लोकेशन पता करके हिंसा में इनके शामिल होने की जांच कर रहे हैं। हमें हत्या के कुछ मामलों में शामिल स्थानीय अपराधियों की भूमिका के बारे में अहम जानकारी मिली है।’ पुलिस अफ़सर ने कहा कि गिरफ़्तार किये गये कुछ लोगों के बारे में पता चला है कि उनके ख़िलाफ़ छिनैती, डकैती और जेबतराशी के मामले भी दर्ज हैं।
पुलिस अफ़सर ने कहा कि कार को आग लगाने से पहले ये लोग कार में लगे चिन्हों से यह पता करने की कोशिश करते थे कि उस व्यक्ति का धर्म क्या है। अफ़सर ने कहा, ‘गिरफ़्तार किये गये लोगों ने बताया है कि कार में आग लगाने से पहले वे लोग इस बात की जांच करते थे कार में क्या कहीं कोई नाम लिखा गया है या कोई मूर्ति रखी गई है।’