अतीक़ बताते हैं कि वह पिछले 16-17 साल से बीजेपी के ज़मीनी कार्यकर्ता हैं। अतीक़ कहते हैं, ‘दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी की ही तरह मैं भी बिहार से हूं। वह मुझे जानते हैं। लेकिन मेरा मुसलमान वाला नाम है, हमें तो पराया ही कर दिया।’
अतीक़ कहते हैं, 'मैंने अब तक बीजेपी नहीं छोड़ी है लेकिन अगर पार्टी मुझसे संपर्क नहीं करेगी तो मैं आने वाले दिनों में पार्टी को अलविदा कह दूंगा।' वह कहते हैं, ‘मैं सड़क पर आ गया हूं, फिर कैसे अपने पैरों पर खड़ा होऊं।’