केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने का भारतीय जनसंघ से लेकर बीजेपी तक की राजनीतिक यात्रा का देश की जनता से वादा रहा है। उन्होंने टाइम्स नाउ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि बीजेपी यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने के लिए अडिग है लेकिन ऐसा वह तय प्रक्रियाओं का पालन करके और लोकतांत्रिक चर्चा के जरिये ही करेगी।
यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने के लिए अडिग है बीजेपी: अमित शाह
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- 25 Nov, 2022
अमित शाह ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने संविधान सभा की सलाह को भुला दिया और बीजेपी के अलावा कोई भी राजनीतिक दल यूनिफॉर्म सिविल कोड के पक्ष में नहीं है।

शाह ने कहा कि संविधान सभा ने भी देशभर के विधान मंडलों और संसद को यह सलाह दी थी कि जब भी सही समय आए देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड आना चाहिए। शाह ने कहा कि किसी भी पंथनिरपेक्ष राष्ट्र के लिए धर्म के आधार पर कानून नहीं होना चाहिए।
बताना होगा कि गुजरात चुनाव का एलान होने से ठीक पहले पिछले महीने राज्य की बीजेपी सरकार ने समान नागरिक संहिता को लेकर कमेटी बनाए जाने का एलान किया था। गुजरात से पहले उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सरकारों ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने का एलान किया था।
जबकि गोवा इस संबंध में कानून बना चुका है। गोवा में इससे पहले 19वीं सदी का पुर्तगाली नागरिक संहिता का क़ानून था जिसे 1961 में गोवा के भारत में शामिल होने के बाद भी समाप्त नहीं किया गया था।