भारत और चीन के बीच रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्यात को लेकर तनाव के बीच भारत ने इस मुद्दे पर बीजिंग के साथ औपचारिक बातचीत शुरू की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों देश रेयर अर्थ मैग्नेट और संबंधित उपकरणों के आयात से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। यह क़दम तब उठाया गया है जब चीन ने भारत को रेयर अर्थ मैग्नेट और स्पेशिएलिटी फर्टिलाइजर्स की सप्लाई रोक दी है, जबकि अन्य देशों को निर्यात जारी रखा है। इस क़दम से भारत के ऑटोमोबाइल और कृषि क्षेत्र में संकट की स्थिति पैदा हो गई है।
चीन क्या बातचीत से भारत को रेयर अर्थ मैग्नेट निर्यात पर रोक हटा पाएगा?
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- 27 Jun, 2025
चीन ने भारत को रेयर अर्थ मैग्नेट और स्पेशियलिटी फर्टिलाइजर्स की सप्लाई क्यों रोक दी? जानें इस फ़ैसले के पीछे की वजहें और इसका भारत के ऑटोमोबाइल व कृषि क्षेत्रों पर क्या असर पड़ेगा।

रेयर अर्थ मैग्नेट कितना अहम?
नियोडिमियम और अन्य रेयर अर्थ एलिमेंट से बनाए जाने वाले रेयर अर्थ मैग्नेट आधुनिक तकनीक और उद्योगों के लिए बेहद अहम हैं। ये मैग्नेट इलेक्ट्रिक वाहनों, रिन्युएबल एनर्जी उपकरणों और ऑटोमोबाइल उद्योग में बेहद अहम हैं। भारत अपने रेयर अर्थ मैग्नेट की ज़रूरतों का बड़ा हिस्सा चीन से आयात करता है। वित्त वर्ष 2024 में भारत ने लगभग 460 टन रेयर अर्थ मैग्नेट आयात किए, जिनमें से अधिकांश चीन से आए। इस साल यह आंकड़ा 700 टन तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसकी क़ीमत लगभग 30 मिलियन डॉलर है।