इसराइल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने एक सनसनीखेज बयान में खुलासा किया है कि हाल ही में इसराइल और ईरान के बीच हुए 12-दिवसीय युद्ध के दौरान इसराइल का इरादा ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनई को ख़त्म करने का था। काट्ज ने यह दावा इसराइल के चैनल 13 को दिए एक विशेष साक्षात्कार में किया, जिसमें उन्होंने कहा कि ख़ामेनई को निशाना बनाने का कोई मौक़ा नहीं मिला। यह बयान दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाने वाला माना जा रहा है।
हम ख़ामेनई को ख़त्म करना चाहते थे, पर मौक़ा नहीं मिला: इसराइली रक्षा मंत्री
- दुनिया
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- 27 Jun, 2025
पहले रिपोर्टों में कहा गया था कि ईरान के सर्वोच्च नेता ख़ामेनई को मारने की योजना को अमेरिका ने वीटो किया था। लेकिन अब इसराइल के रक्षा मंत्री ने कुछ और दावा किया है। जानिए उन्होंने क्या कहा है और इसका क्या असर हो सकता है।

काट्ज ने अपने साक्षात्कार में कहा, 'हम ख़ामेनई को ख़त्म करना चाहते थे, लेकिन इसका कोई मौक़ा नहीं मिला।' उन्होंने दावा किया कि ख़ामेनई को इस योजना की भनक लग गई थी, जिसके बाद वह 'जमीन के बहुत नीचे' छिप गए और इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स यानी आईआरजीसी के कमांडरों के साथ संपर्क तोड़ लिया, जो इसराइली हमलों के पहले झोंके में मारे गए थे। काट्ज ने यह भी साफ़ किया कि ख़ामेनई को मारने के लिए इसराइल को अमेरिका से अनुमति लेने की ज़रूरत नहीं थी। उनके इस बयान से उन ख़बरों का खंडन होता है जिसमें कहा गया था कि वाशिंगटन ने इस हत्या की योजना को वीटो किया था।