सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अब सीबीआई की रिपोर्ट भी आत्महत्या की ओर ही इशारा कर रही है। एम्स ने हाल ही में मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि सुशांत ने आत्महत्या की थी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब सीबीआई की जाँच में भी कुछ ऐसे तथ्य आए हैं। सुशांत की मौत के सीन को रिक्रिएट किया गया यानी उस घटना को उसी तरह से पेश कर पड़ताल की गई। लेकिन इसमें भी कोई गड़बड़ी नहीं मिली। सुशांत के बैंक खाते के ऑडिट में भी कोई ऐसी गड़बड़ी नहीं पाई गई है जिससे कुछ संदेह पैदा हो। तो सवाल है कि जिस मामले में एक सबूत या घटना भी यह इशारा नहीं कर रहा हो कि उसमें किसी साज़िश हुई है उसमें तीन-तीन एजेंसियाँ क्यों लगाई गईं और मुख्यधारा की मीडिया में दिन-रात इसे क्यों चलाया गया?