सरकार ने किसानों को बेवजह ही छेड़ा, वरना आज वे बॉर्डर्स पर नहीं दिल्ली के रामलीला मैदान में बैठे होते क्योंकि दिल्ली आने से 2 महीने पहले से उन्होंने रामलीला मैदान कूच करने की बात कही थी।
पिछले छह साल में कई राज्यों में और लगातार दो लोकसभा चुनाव जीत चुकी बीजेपी के बारे में कहा जा सकता है कि वह सत्ता के नशे में इस कदर चूर थी कि उसे इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि देश में अभी भी ऐसे लोग सांस ले रहे हैं जो हुक़ूमतों के फ़ैसलों के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद कर सकते हैं।