ऐसे समय जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का आतंक मचा हुआ है और भारत इससे अछूता नहीं है, 1918 का फ़्लू बरबस याद आना स्वाभाविक है, जब तकरीबन 5 करोड़ लोग मारे गए थे। अकेले भारत में ही डेढ़ से दो करोड़ लोगों की मौत उस फ़्लू की वजह से हुई थी।