यह माना हुआ तथ्य है कि प्राकृतिक आपदा, महामारी, युद्ध जैसे संकट के समय में महिलाएँ सबसे ज़्यादा भुक्तभोगी होती हैं और यही कोरोना संकट के समय भी हो रहा है।
लॉकडाउन के बाद कई जगहों पर ऐसी शिकायतें दोगुनी हो गई हैं तो कई जगहों पर इससे भी ज़्यादा। चाहे वह भारत हो या, अमेरिका, इटली, फ़्रांस, स्पेन, चीन या कोई अन्य देश। हर जगह ऐसी हिंसा कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बाद बढ़ गई है।
दुनिया के दूसरे देशों में भी महिलाओं के सामने ऐसी दिक्कतें हैं। कई देशों में इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। फ़्रांस में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए होटल की व्यवस्था है और इसका ख़र्च सरकार उठाती है।