अप्रैल महीने में भारत में हर्ड इम्युनिटी की बात की गई थी। अमेरिका की प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी और दिल्ली की एक संस्था के शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया था कि भारत को कोरोना वायरस से मुक्त करने का सर्वश्रेष्ठ तरीक़ा यह है कि इसकी आधी से ज़्यादा आबादी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने दिया जाए।
हालाँकि हाल के दिनों में हर्ड इम्युनिटी पर तब सवाल उठने लगे हैं जब एक बार कोरोना संक्रमण ठीक होने के बाद भी दोबारा फिर से संक्रमण होने के मामले आने लगे। अब यदि संक्रमण से ठीक हुए व्यक्ति की इम्युनिटी यानी सुरक्षा कवच को यह वायरस भेद सकता है तो सवाल उठेंगे ही।