loader

भारत ने अपना दूत बीजिंग भेजा, 18वें दौर की सैन्य वार्ता पर सहमति

भारत और चीन लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनातनी के मुद्दे पर बुधवार को बात करते दिखे। दोनों ने खुले और रचनात्मक तरीके से पीछे हटने के प्रस्तावों पर चर्चा की, लेकिन किसी भी सफलता का कोई संकेत नहीं मिला। पीटीआई के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) शिल्पक अंबुले कल बुधवार 22 फरवरी को बीजिंग पहुंचे थे। भारत और चीन ने इस मुलाकात और बातचीत पर बयान भी जारी किए हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- इस बैठक के दौरान, जुलाई 2019 के बाद से पहली व्यक्तिगत वार्ता हुई है। दोनों पक्ष मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए जल्द से जल्द 18वें दौर की सैन्य वार्ता आयोजित करने पर सहमत हुए।

ताजा ख़बरें
पीटीआई के मुताबिक बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय ने एक अलग बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि दोनों पक्षों ने चीन-भारत सीमा नियंत्रण के शुरुआती चरण में हुई पॉजिटिव प्रगति की समीक्षा की, गलवान घाटी में दो सीमा सैनिकों की वापसी और अन्य चार के नतीजों की पुष्टि की। चीन ने कहा कि परामर्श के अगले चरण के नजरिए पर उनके बीच स्पष्ट और गहन विचारों का आदान-प्रदान हुआ। 
भारत-चीन सीमा मामलों (डब्ल्यूएमसीसी) पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की स्थापना 2012 में सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति बनाए रखने के लिए परामर्श और समन्वय के लिए एक संस्थागत तंत्र के रूप में की गई थी। 
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा - 

दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति की समीक्षा की और शेष क्षेत्रों में खुले और रचनात्मक तरीके से पीछे हटने के प्रस्तावों पर चर्चा की, जिससे शांति बहाली में मदद मिलेगी। पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ शांति और द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए कोशिश की जाएगी।


-बीजिंग में 22 फरवरी 2023 की बैठक के बाद भारत का बयान सोर्सः PTI

भारत ने आगे कहा- 

मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, वे वरिष्ठ कमांडरों की बैठक के अगले (18वें) दौर को जल्द से जल्द आयोजित करने पर सहमत हुए।


-बीजिंग में 22 फरवरी 2023 की बैठक के बाद भारत का बयान सोर्सः PTI

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए। बयान में कहा गया है-डब्ल्यूएमसीसी की 26वीं बैठक 22 फरवरी 2023 को बीजिंग में व्यक्तिगत रूप से आयोजित की गई थी। जुलाई 2019 में हुई 14वीं बैठक के बाद यह डब्ल्यूएमसीसी की पहली बैठक थी।

चीनी बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष सीमा की स्थिति को और स्थिर करने के लिए दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को सक्रिय रूप से लागू करने पर सहमत हुए। इसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों ने बातचीत की उपलब्धियों को मजबूत करने, उनके बीच हुए समझौतों का सख्ती से पालन करने और प्रासंगिक सहमति की भावना, जमीन पर बार-बार होने वाली स्थिति से बचने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने पर सहमति व्यक्त की।

India sent its envoy to Beijing, agreed on the 18th round of military talks - Satya Hindi
भारत-चीन में बुधवार को बीजिंग में बातचीत हुई।
वे पिछली सहमति के आधार पर एक-दूसरे से मिलने पर सहमत हुए, ताकि चीन-भारत सीमा के पश्चिमी क्षेत्र से संबंधित मुद्दों के समाधान में तेजी लाई जा सके और जल्द से जल्द दोनों पक्षों को स्वीकार्य समाधान तक पहुंचा जा सके।
चीनी बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने सीमा की स्थिति को और आसान बनाने के लिए अन्य उपायों पर चर्चा की और सीमा की स्थिति को सामान्य प्रबंधन के चरण में आगे बढ़ाने के लिए आगे काम करने पर सहमति व्यक्त की।

देश से और खबरें
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) शिल्पक अंबुले ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय मामलों के विभाग के महानिदेशक हांग लियांग ने किया। 

एंबुले ने चीन की सहायक विदेश मंत्री हुआ चुनयिंग से भी मुलाकात की।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें