मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने अदालत की अवमानन मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करते हुए कहा है कि उन्होंने ज़ुर्माना भर दिया, इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने अदालत के फ़ैसले को स्वीकार कर लिया है।