विकास दर 5 फ़ीसदी रहने के आसार, बेरोज़गारी दर 44 साल के उच्चतम स्तर पर, उपभोग का स्तर 40 साल के न्यूनतम स्तर पर, औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर मामूली रूप से धनात्मक, सरकारी खर्च में कटौती, वित्तीय घाटा निर्धारित सीमा से नवंबर माह में ही ऊपर। यह है हमारी अर्थव्यवस्था के मूलभूत आधारों की स्थिति।
बढ़ती महँगाई : और बुरे दिनों के लिए तैयार रहिए
- अर्थतंत्र
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- 15 Jan, 2020

नरेंद्र मोदी ने भले ही अच्छे दिन का नारा दिया हो, सच यह है कि अर्थव्यवस्था बुरे दौर में है। इससे बुरी ख़बर यह है कि इसकी स्थिति बदतर होने वाली है।
लेखक पत्रकार हैं और कनाडा की विंडसर यूनिवर्सिटी के रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत आईआईएम-लखनऊ में रिसर्चर रह चुके हैं।