क्या आपने कभी ऐसा सोचा था कि आपको बैंक की ब्रांच से पैसे निकालने पर या जमा करने पर भी शुल्क देना होगा। बैंकों द्वारा आम आदमी की जेब काटने का ऐसा ही काम स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (एसबीआई) ने किया था। बैंक ने मिनिमम बैलेंस के नाम पर एक निश्चित राशि बैंक खाते में रखना अनिवार्य कर दिया था और ऐसा न करने पर उसने कुछ राशि आपके खाते से काटनी शुरू की थी जो आज तक जारी है। तब इसे लेकर लोगों ने ख़ूब ग़ुस्सा जताया था और कहा था कि यह तो सरासर लूट है क्योंकि उससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था।
आम आदमी की जेब क्यों काट रहे बैंक, आईसीआईसीआई बैंक का तुगलक़ी फरमान
- अर्थतंत्र
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- 15 Sep, 2019
क्या आपने कभी ऐसा सोचा था कि आपको बैंक की ब्रांच से पैसे निकालने पर या जमा करने पर भी पैसे देने होंगे।

लेकिन प्राइवेट सेक्टर का आईसीआईसीआई बैंक एसबीआई से दो क़दम आगे निकल गया है और उसने एलान कर दिया है कि उसके बैंक में जिन खाताधारकों के ज़ीरो अकाउंट वाले खाते हैं, अगर वे बैंक की ब्रांच से पैसा निकालते हैं तो उन्हें हर कैश विदड्रॉल के लिये 100 से 125 रुपये देने होंगे। इसके अलावा बैंक ने यह भी कहा है कि यदि ज़ीरो अकाउंट वाले खाताधारक मशीन के जरिये बैंक की ब्रांच में कैश जमा करते हैं तो इसके लिए भी उन्हें शुल्क देना होगा।