जापान की कंपनी दायची संक्यो द्वारा दायर एक केस के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर मलविंदर सिंह और उनके भाई शिविंदर सिंह को कोर्ट की अवमानना का दोषी पाया है। इसके साथ ही फ़ोर्टिस हेल्थकेयर को भी दोषी पाया गया है। दोनों भाइयों को अक्टूबर महीने में भी गिरफ़्तार किया गया था और जेल भेजा गया था। तब उन्हें 740 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में गिरफ़्तार किया गया था।
रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर सिंह बंधु अवमानना के दोषी: सुप्रीम कोर्ट
- अर्थतंत्र
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- 15 Nov, 2019
जापान की कंपनी दायची संक्यो द्वारा दायर एक केस के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर मलविंदर सिंह और उनके भाई शिविंदर सिंह को कोर्ट की अवमानना को दोषी पाया है।

मालविंदर और शिविंदर में से हरेक 1175 करोड़ रुपये जमा कर कोर्ट की अवमानना से बच सकते हैं। बता दें कि 2016 में दायची संक्यो को 2562 करोड़ देने के लिए कोर्ट ने दोनों भाइयों को आदेश दिया था। दायची कंपनी ने उस विवाद के निपटारे के लिए कोर्ट में केस किया था जिसमें उसने क़रीब एक दशक पहले रैनबैक्सी का अधिग्रहण किया था। कोर्ट ने इसी साल दोनों भाइयों को चेतावनी दी थी कि यदि वे दायची को पैसे चुकाने के कोर्ट के आदेश को नहीं मानते हैं तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।