अजित पवार का 2019 में जो सपना अधूरा रह गया था, लगता है अब पूरा हो गया है! 2019 में बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस के सीएम की शपथ लेने के साथ ही एनसीपी के अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। लेकिन सरकार बहुमत नहीं पा सकी थी और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। अब 2023 में फिर से अजित पवार ने आज उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। लेकिन अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं और देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री। तो सवाल है कि अब अजित ने आख़िर यह फ़ैसला क्यों लिया? क्या उनकी पार्टी एनसीपी में उनकी उपेक्षा हो रही थी? क्या पार्टी उनके मुताबिक़ फ़ैसले नहीं ले पा रही थी? या फिर उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा इन सबसे कहीं ज़्यादा थी?