देश के कई शहरों में कोरोना संक्रमण के मामलों में एकाएक तेज़ी आने पर केंद्र ने आठ राज्यों को तुरंत कदम उठाने को कहा है। 14 शहरों में कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोतरी के बाद केंद्र ने यह चेतावनी दी है।
हाल के दिनों में दिल्ली और मुंबई में कोरोना मामलों में अधिक बढ़ोतरी देखी गई है। इनके अलावा गुड़गांव, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और अहमदाबाद सहित अन्य शहरों में भी मामले काफ़ी ज़्यादा आने लगे हैं।
मुंबई में बुधवार को 2,510 मामले दर्ज किए गए थे जो एक दिन पहले की तुलना में 82 फ़ीसदी ज़्यादा थे। जबकि दिल्ली में 923 मामले थे जो एक दिन पहले की तुलना में 86 फ़ीसदी ज़्यादा हैं।
15 से 21 दिसंबर के बीच हरियाणा के गुरुग्राम में 194 कोविड मामले दर्ज किए गए। 22 से 28 दिसंबर के सप्ताह में यह संख्या बढ़कर 738 हो गई। पूरे देश में पिछले 24 घंटों में 13,154 नए मामले दर्ज किए गए। जबकि मंगलवार को 6,358 केस आए थे। यानी दो दिन में ही दोगुने से ज़्यादा केस आ गए।
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने चेताया है कि कोरोना की सुनामी दुनिया भर के स्वास्थ्य ढांचे को ध्वस्त कर सकती है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस ने कहा कि वे ओमिक्रॉन को लेकर बेहद चिंतित हैं क्योंकि यह बेहद तेजी से फैलता है और इसी वक्त डेल्टा वैरिएंट भी फैल रहा है और इस वजह से कोरोना की सुनामी आ रही है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होना जारी रहता है तो इससे स्वास्थ्य कर्मियों पर जबरदस्त दबाव पड़ेगा और हमारा स्वास्थ्य ढांचा ध्वस्त होने की कगार पर पहुंच जाएगा। टेड्रोस ने कहा कि स्वास्थ्य ढांचे पर जो दबाव पड़ा है वह सिर्फ कोरोनावायरस के नए मरीजों की वजह से ही नहीं है बल्कि बड़ी संख्या में बीमार होते स्वास्थ्य कर्मियों की वजह से भी है।