पूर्व प्रधानमंत्रियों को नीचा दिखाने के लिए बीजेपी ने एक अजब दावा किया है। बीजेपी आईटी सेल के चेयरमैन अमित मालवीय ने X पर पोस्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 25 अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिले, जबकि नेहरू, इंदिरा, और मनमोहन को मिलाकर कुल छह सम्मान ही मिले। यह बताता है कि भारत की विदेश नीति कमज़ोर नहीं हुई। लेकिन क्या सम्मान मिलना ही विदेश नीति की सफलता का पैमाना है? क्या जिन देशों ने मोदी को सम्मान दिया, उन्होंने उनकी किसी ऐसी नीति की तारीफ़ की, जो वैश्विक मिसाल बन सके? क्या मोदी ने कोई ऐसा सिद्धांत पेश किया, जो दुनिया के लिए रास्ता दिखाए, जैसा कि नेहरू जैसे स्वप्नदर्शी राजनेता ने दिया।