महाराष्ट्र में इतिहास के पन्नों से एक और विवाद निकलकर बाहर आ रहा है और अब इसको लेकर दो पक्ष आमने-सामने खड़े हैं। यह विवाद पैदा हुआ है शिरडी के साईं बाबा के जन्म स्थान को लेकर। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 9 जनवरी को औरंगाबाद जिले के अपने दौरे के दौरान पाथरी गांव जिसे वहां के लोग साईं बाबा की जन्म स्थली के रूप में मानते हैं, इसके विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की योजना घोषित की थी। इस घोषणा के बाद शिरडी में हलचल तेज़ हो गयी और योजना का विरोध होने लगा। क्योंकि कुछ श्रद्धालु पाथरी को साईं बाबा का जन्मस्थान मानते हैं जबकि शिरडी के लोगों का दावा है कि साईं बाबा का जन्मस्थान अज्ञात है। जन्म स्थान के इस विवाद को लेकर अब राजनीति गरमाने लगी है।
साईं बाबा के जन्म स्थल को लेकर विवाद, शिरडी में अनिश्चितकालीन बंद
- महाराष्ट्र
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- 19 Jan, 2020

कुछ श्रद्धालु पाथरी को साईं बाबा का जन्मस्थान मानते हैं जबकि शिरडी के लोगों का दावा है कि साईं बाबा का जन्मस्थान अज्ञात है। जन्म स्थान के इस विवाद को लेकर अब राजनीति गरमाने लगी है।
रविवार से शिरडी में अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की गयी है और यह पहली बार होगा जब यह शहर अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगा। हालांकि इस दौरान मंदिर खुला रहेगा। शिरडी में साईं बाबा ने अपना जीवन गुजारा और यहीं पर उन्होंने समाधि ली। वर्तमान में उनका जो मंदिर है उसे समाधि मंदिर के रूप में भी सम्बोधित किया जाता है। साईं बाबा की विशाल प्रतिमा के समक्ष ही समाधि भी है जिसकी भी पूजा-अर्चना की जाती है।