वरिष्ठ कांग्रेस नेता भक्तचरण दास ने युवा संघर्ष वाहिनी से लेकर उनके राजनैतिक जीवन में राजीव का क्या महत्व है इस पर विस्तार से अपनी बात रखी। देश की युवा नीति बनाने को लेकर उन्होंने सैकड़ों यूनिवर्सिटी में राजीव के सहयोग से संवाद किया। वाहिनी के नज़रिए व राजीव के नज़रिए से देश बेहतर दिशा में जाएगा। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जब मुझे मंत्री पद से इस्तीफ़ा देना था तो मैंने राजीव से सलाह ली और देश की धरोहर के सवाल पर इस्तीफ़ा दिया। जो इस्तीफ़ा पत्र था उसे राजीव ने ड्राफ्ट किया था।
स्मृति सभा में मीनाक्षी, परमिता, अक्षय, संतोष परिवर्तक, आलोक, उषा, संदीप, सत्यव्रत, रामतरण, रमन, फिरोज, आगरा के अशोक, मिर्ज़ापुर के अरुण व वाराणसी के अरुण ने राजीव की याद में अपने विचार रखे। इस सभा में अबुल कैश, राजीव, अन्नू, दीपक, अनुपमा, पूजा, लक्ष्मी, अशोक, आशीष, शाश्वत, प्राची, सलोनी, कपिल, नईम, सलोनी, सुशील, जौहर, तारा, मणिमाला, विजय चावला, अरविंद मूर्ति व अन्य लोग उपस्थित रहे।