चीन दादागिरी का रवैया दिखाकर यह कह रहा है कि उसके सैनिक जहां तक हैं, वही वास्तविक नियंत्रण रेखा है और जहां तक आगे जाएंगे, वह वास्तविक नियंत्रण रेखा होगी। इस तरह चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य तनातनी खत्म करने के लिए अब तक हुई पांच दौर की सैन्य कमांडरों और विदेश मंत्रालयों की वार्ता पर पानी फेर दिया है।
पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी छोर पर चीनी सेना के साथ हुई भिड़ंत में क्या हुआ, इस बारे में भारतीय पक्ष ने मौन रखा हुआ है। जानकार सूत्रों के मुताबिक़, चीनी सेना ने करीब सौ से अधिक सैनिकों को घुसपैठ के लिए भेजा था।
इस तरह चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य तनातनी खत्म करने के लिए अब तक हुई पांच दौर की सैन्य कमांडरों और विदेश मंत्रालयों की वार्ता पर पानी फेर दिया है।
भरोसा करने लायक नहीं है ड्रैगन।
चीनी सेना पैंगोंग त्सो झील के इलाके़ में फिंगर फोर चोटी तक आठ किलोमीटर अंदर भारतीय इलाक़े में घुसी है और वहां अपनी सेना की तैनाती को पुख्ता करती जा रही है लेकिन भारतीय सेना बेबस है।
लेकिन चीनी विदेश मंत्रालय ने यह कहकर कि चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा का कोई उल्लंघन नहीं किया है और वह अपने ही इलाके में है, इस तरह उसने वास्तविक नियंत्रण रेखा की वास्तविक स्थिति को लेकर ही नया विवाद खड़ा कर दिया है।