कर्नाटक में मुसलिम युवकों की मदद से हुआ एक हिंदू व्यक्ति का अंतिम संस्कार। (प्रतीकात्मक तसवीर)
गुजरात के एक मुसलिम परिवार ने पिछले दिनों अपने एक हिंदू मित्र पंडयाजी का दाह-संस्कार करवाया। पंडयाजी उसी परिवार के साथ रहते थे। इस मुसलिम परिवार के बच्चे अरमान ने बाल मुंडाए, धोती-जनेऊ पहनी और अपने बड़े अब्बा के दोस्त की कपाल-क्रिया भी की। ऐसा कब होता है?
भारत के स्वभाव में लोकतंत्र ऐसा रम गया है कि कोई नेता अपने आप को कितना ही बड़ा तीसमार खाँ समझे, भारत की जनता उसे सबक़ सिखाना जानती है।