आतंकवादी का पहला और सबसे बड़ा लक्ष्य होता है, अपने हिंसक कर्म से लोगों में डर पैदा कर देना या आतंक फैला देना। गाँधीजी की हत्या से कौन-सा आतंक फैला? कौन लोग डर गए? वह शुद्ध हत्या थी। उसे अब आतंक बताना और मुसलमानों की बस्ती में जाकर यह कहने का अर्थ क्या है?
गोडसे हिंदू आतंकी तो शायद तब कहाता जब वह किसी जिन्ना या लियाकत अली ख़ान पर गोली चलाता। उसने तो गाँधी पर गोली चलाई। एक कट्टर हिंदू को मारनेवाला हिंदू आतंकी कैसे हो सकता है?