जिस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेमी-कंडक्टर-इकोसिस्टम पार्टनरशिप के एमओयू लिए सिंगापुर जा कर वहाँ के पीएम के सामने दावा किया कि भारत में वह कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं, उसके एक दिन बाद भारत की इलेक्ट्रॉनिक कैपिटल बेंगलुरु में एक उत्तर भारतीय महिला “टेकी” को कन्नड़ न बोलने की वजह से नाराज टैक्सी ड्राइवर ने गाड़ी से उतार दिया। राज्य के लोगों को खुश करने की राजनीति के तहत उद्योगों में आरक्षण देने का कर्नाटक सरकार का विधेयक, जिसे बाद में उद्योगों के दबाव में रोका गया, आज भी उद्योगों को डरा रहा है। उधर देश की राजधानी से सटे फरीदाबाद मे स्वयंभू गौ-रक्षकों ने 29 किलोमीटर पीछा कर एक युवक को गौ-मांस का तस्कर समझ कर गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्यारे को पुलिस ने गौ-रक्षा के लिए गैर-राजकीय संस्था का सदस्य बनाया था यानी राज्य का प्रश्रय भी मिला था। देश में इसके पहले धार्मिक प्रतीकों के विवाद में कई मुसलमान –अखलाक, तबरेज, जुनैद, पहलू खान, वसीम –की हत्या पूरी दुनिया के अख़बारों में सुर्ख़ियों में रही।