कोरोना वायरस संक्रमण की वैश्विक चुनौती के इस दौर में जब यूरोपीय राष्ट्रवाद का शीराजा बिखर रहा है, डोनल्ड ट्रंप का अमेरिकी राष्ट्रवाद भी सवालों के घेरे में आ चुका है, तब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय राष्ट्रवाद का दिया जला कर तमाम जलते-सुलगते सवालों से बचने की हर मुमकिन कोशिश करते दिख रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने दिये जलाने का आह्वान तो कर दिया लेकिन उन्होंने डॉक्टर्स-नर्स को ज़रूरी चीजों के मुद्दे पर, लॉकडाउन से ग़रीबों को हुई परेशानी के बारे में बात क्यों नहीं की।
दुनिया के तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष अपने-अपने देशों में स्वास्थ्य सेवाओं और आपदा प्रबंधन तंत्र को ज्यादा से ज्यादा सक्रिय और कारगर बनाने में जुटे हुए हैं। इस सिलसिले में वे डॉक्टरों और विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। अस्पतालों का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं।