एक दौर था जब 'आपातकाल मुर्दाबाद' नारा लोकतंत्र की पुकार था, और आज कुछ स्थितियाँ वैसी ही दोहराई जा रही हैं। क्या आज का भारत अघोषित आपातकाल से गुजर रहा है? पढ़ें एक तीखा विश्लेषण।
आपातकाल के दौरान संघ का दिल्ली की सत्ता के लिए यह पहला संगठित धावा था और इंदिरा गाँधी इसे देख पा रही थीं, पर आत्ममोह या अन्य कारणों से वे भटक गयीं। इस विचलन के मुख्य और पूरक कारण अहम हैं।