राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा है कि जो भी पीएम बनता है, उसे पत्नी के बिना नहीं रहना चाहिए। पत्नी के बिना पीएम आवास में रहना गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए। लालू अपने रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए दिल्ली आए थें। यहां एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने लालू यादव से जब विपक्ष की ओर से पीएम के चेहरे और राहुल गांधी को शादी करने की सलाह के बारे में पूछा तो उन्होंने यह जवाब दिया है। जब लालू से पूछा गया कि 2024 के चुनावों में महागठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी, तो उन्होंने कहा कि कम से कम 300 सीटें मिलेंगी।  


इससे पहले दिल्ली जाने के दौरान पटना एयरपोर्ट पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि उनके ब्लड टेस्ट कराने का समय हो गया है। यह जांच दिल्ली में ही होती है इसलिए वह दिल्ली जा रहे हैं। पटना एयरपोर्ट पर कहा, दिल्ली से लौटकर आएंगे तो विपक्ष की बैठक में बेंगलुरु जाना है। लालू ने कहा कि वहां पीएम नरेंद्र मोदी की विदाई की तैयारी करनी है। लालू प्रसाद यादव को विपक्ष के प्रमुख रणनीतिकारों के तौर पर जाना जाता है। लालू की विपक्षी नेताओं पर मजबूत पकड़ और राजनीतिक सूझबूझ को देखते हुए उनके इस बयान को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। 

लगातार पीएम मोदी पर हमला कर रहे लालू

हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब लालू यादव ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। बीते बुधवार को ही आरजेडी के 27वें स्थापना दिवस पर भी वे जमकर बरसे थे। लालू प्रसाद ने पटना कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भोजपुरी में कहा था कि नरेंद्र मोदी समझ ल, ज्यादा जुल्म नहीं करना। कोई ठहरा नहीं। उन्होंने कहा कि  2024 में उखाड़ के फेंक देब। तोहार का हाल होई? हम लोग फूल माला बेचकर जी लेंगे। जिस पर चाहो मुकदमा,मुकदमा मुकदमा करो। सिर्फ यही हो रहा है।  
लालू ने बुधवार को पटना में  कहा था कि पहले गांंव देहात में कुछ दबंग लोग गरीबों को ऐसे ही सताते थे। वे गरीबों को कहते थे कि कोर्ट में केस कर देंगे। तेजस्वी यादव पर दायर नई चार्जशीट के बाद लालू ने कहा था कि हम लोग डरने वाले नहीं हैं। कर्नाटक तो अभी झांकी है। देश में आपसी भाईचारे को खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि विपक्ष एकजुट हो चुका और इनका जाना तय है।  2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी हार होने वाली है।

बेंगलुरु में होनी है विपक्षी एकता की बैठक

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को एकजुट करने में लगे हुए हैं। इसका नतीजा तब दिखा जब पटना में 15 से ज्यादा दलों के  नेता जुटे और एक साथ बैठक की थी। विपक्षी दलों की ओर से एकजुट होकर भाजपा से लड़ने की रणनीति बनाई जा रही है। इसी बैठक के बाद कहा गया था कि विपक्षी एकता के लिए दूसरी बैठक भी होगी। पहले यह दूसरी बैठक शिमला में होनी थी लेकिन बाद में स्थान बदलकर बेंगलुरु कर दिया गया है। 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्ष एकता बैठक होनी है।