पहलगाम हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीखी आलोचना की है। खड़गे ने इसे देश के लिए 'दुर्भाग्य' करार देते हुए कहा कि जब सभी दल एकजुट होकर इस त्रासदी पर चर्चा कर रहे थे, तब पीएम मोदी बिहार में चुनावी भाषण दे रहे थे। उन्होंने जोर देकर कहा, "देश सर्वोपरि है, फिर आते हैं दल और धर्म। सभी को देश के लिए एकजुट होना चाहिए।" बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं के कथित विवादित बयानों का मुद्दा उठाया। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के बयानों को पाकिस्तान में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने स्थिति साफ की है।

24 अप्रैल को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित कई प्रमुख विपक्षी नेता शामिल हुए। लेकिन प्रधानमंत्री इस बैठक में नहीं थे। वो बिहार में एक सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। जहां उनका भाषण चर्चा का विषय रहा। कांग्रेस नेताओं ने उसे चुनावी अंदाज वाला भाषणा बताया।

खड़गे सोमवार को जयपुर में थे। खड़गे ने जयपुर में 'संविधान बचाओ' रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यह देश का दुर्भाग्य है कि जब देश का गौरव दाँव पर था, तब प्रधानमंत्री बिहार में चुनावी भाषण दे रहे थे।" उन्होंने जोर देकर कहा कि पीएम को बैठक में शामिल होना चाहिए था, क्योंकि अंतिम निर्णय लेने की शक्ति उनके पास है। खड़गे ने कहा, "हमने बताया कि पीएम की उपस्थिति महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे निर्णय ले सकते हैं, लेकिन सरकार ने कहा कि वे बाद में स्थिति स्पष्ट करेंगे।"

खड़गे ने यह भी आरोप लगाया कि जब भी कांग्रेस मजबूत होती है तो केंद्र की एनडीए सरकार कांग्रेस को दबाने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा, "जब भी कांग्रेस बढ़ती है, ये लोग इसे दबाने की कोशिश करते हैं। लेकिन हम दबने वाले नहीं हैं।" उन्होंने बीजेपी पर संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा, "हम एकता की बात करते हैं, वे तोड़ने की बात करते हैं। इस देश में संविधान सर्वोच्च है, और हमारा लोकतंत्र संविधान के तहत चलता है।"


कांग्रेस ने बार-बार स्पष्ट किया कि यह समय पक्षपातपूर्ण राजनीति का नहीं है। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने हमले को भारतीय राज्य पर हमला माना और सरकार द्वारा आतंकी संगठन और इसके आकाओं के खिलाफ उठाए जाने वाले किसी भी कदम का समर्थन करने का वादा किया। उन्होंने कहा, "यह समय सामूहिक संकल्प का है, ताकि मृतकों और उनके शोकग्रस्त परिवारों को न्याय मिले।"

बता दें कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने 24 अप्रैल को एक विशेष प्रस्ताव पारित करने के लिए बैठक की, जिसमें हमले को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित बताया गया। सीडब्ल्यूसी ने बीजेपी पर इस त्रासदी का इस्तेमाल विभाजन और ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने के लिए करने का आरोप लगाया।

25 अप्रैल को कांग्रेस ने देशभर में कैंडललाइट मार्च का आयोजन किया, जिसमें कार्यकर्ताओं ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद के खिलाफ एकता का संदेश दिया।

इस बीच कांग्रेस नेतृत्व ने सोमवार को अपने नेताओं को निर्देश दिया कि वे पहलगाम मामले पर पार्टी की आधिकारिक लाइन से अलग कोई सार्वजनिक बयानबाजी न करें। यह आदेश कई कांग्रेस नेताओं द्वारा आतंकवादी हमले पर की गई टिप्पणियों के बाद आया है, जिससे विवाद पैदा हो गया और तीखी आलोचना हुई।

एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत नेताओं द्वारा दिए गए बयान पार्टी की स्थिति को नहीं दर्शाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल खड़गे, राहुल गांधी और अधिकृत एआईसीसी पदाधिकारियों द्वारा व्यक्त किए गए विचार ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रुख का प्रतिनिधित्व करते हैं। रमेश ने लिखा- "कुछ कांग्रेस नेता मीडिया से बात कर रहे हैं। वे अपने लिए बोलते हैं और कांग्रेस के विचारों को नहीं दर्शाते हैं। इस सबसे संवेदनशील समय में इस बात में कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि सीडब्ल्यूसी का प्रस्ताव, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी द्वारा व्यक्त किए गए विचार और अधिकृत एआईसीसी पदाधिकारियों के विचार ही कांग्रेस की स्थिति का प्रतिनिधित्व करते हैं।"

बीजेपी का भी हमलाः भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की टिप्पणियों का इस्तेमाल पाकिस्तान भारत को बदनाम करने के लिए कर रहा है। भाजपा मुख्यालय में प्रसाद ने पत्रकारों से कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल किया कि क्या उनका ऐसे नेताओं पर कोई नियंत्रण है।


प्रसाद की यह टिप्पणी कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया की कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर की गई टिप्पणी के बाद आई है। सिद्धारमैया के अलावा, प्रसाद ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर विवादास्पद टिप्पणियों के लिए महाराष्ट्र के नेता विजय वडेट्टीवार, कर्नाटक के मंत्री आर बी तिम्मापुर और राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का भी नाम लिया। प्रसाद ने कहा, "क्या राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का अपनी पार्टी पर कोई नियंत्रण नहीं है? या फिर दोनों ने औपचारिक टिप्पणियां कीं, जबकि दूसरों को अपनी मर्जी से बोलने की आजादी दी।"

प्रसाद ने वडेट्टीवार और तिम्मापुर का भी नाम लिया और कहा कि उन्होंने कुछ पीड़ितों के इस बयान पर सवाल उठाया है कि आतंकवादियों ने गैर-मुसलमानों की पहचान करने के बाद उन्हें गोली मार दी।