जयपुर में कांग्रेस नेता सचिन पायलट का अनशन आज शाम 5 बजे खत्म हो गया। कांग्रेस की ओर से सचिन की बगावत पर कोई प्रतिक्रिया इस समाचार के लिखे जाने तक नहीं आई। हालांकि पार्टी की ओर से एआईसीसी राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस पार्टी विरोधी गतिविधि करार दिया था। समझा जाता है कि कांग्रेस जल्द ही न सिर्फ इस पर प्रतिक्रिया देगी, बल्कि कार्रवाई भी करेगी। सचिन के आज के अनशन की विशेषता यह रही कि राज्य के कोने-कोने से लोग उनके समर्थन में पहुंचे। अनशन खत्म होने के बाद सचिन ने जो कहा, वो नीचे ट्वीट किए गए वीडियो में सुन सकते हैं।
कांग्रेस आलाकमान की चेतावनी को नजरन्दाज कर सचिन पायलट जयपुर में अनशन पर बैठे। शाम तक उनका अनशन जारी रहा। ओवैसी की पार्टी और आम आदमी पार्टी ने उनके मुद्दे को समर्थन दिया है। बीजेपी ने पायलट की आड़ में कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोमवार देर रात एक पत्र जारी कर सचिन के अनशन कार्यक्रम को पार्टी विरोधी गतिविधि करार दिया था। रंधावा ने फोन पर भी पायलट से बात की थी और अनशन नहीं करने को कहा था। लेकिन सचिन पायलट ने इसकी परवाह नहीं की।
सचिन पायलट के आज के अनशन की खास बात यह है कि अभी तक कांग्रेस पार्टी का कोई विधायक उन्हें समर्थन देने नहीं पहुंचा है। जब 2020 में राजस्थान में कांग्रेस का संकट पैदा हुआ था तो सचिन के साथ कई विधायक भी थे। अनशन स्थल पर बड़ी तादाद में कई जिलों के गुर्जर नेता और पायलट समर्थक पहुंचे हुए हैं। भारी तादाद में महिलाएं भी जत्थों की शक्ल में अनशन स्थल पर पहुंच रही हैं।
अनशन की खास वजहः हालांकि पायलट भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में गहलोत सरकार के साथ ताजा टकराव को चुनावी साल में राजस्थान में पार्टी का प्रमुख चेहरा कौन होगा, इससे जोड़कर देखा जा रहा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाने के उनके प्रयास के रूप में भी इसे देखा जा रहा है।
नजरें कांग्रेस आलाकमान पर
सचिन पायलट ने तो अपना दांव चल दिया है लेकिन अब बारी कांग्रेस आलाकमान की है कि उसका अगला कदम सचिन के खिलाफ क्या होता है। सचिन पायलट को कांग्रेस आला कमान ने उपवास से कुछ घंटे पहले, सोमवार रात को कड़ी चेतावनी दी थी और कहा कि उनकी ओर से इस तरह की कोई भी कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधि होगी। पार्टी ने कहा कि सचिन पायलट का कल का उपवास पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर उनकी अपनी सरकार से कोई समस्या है तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा - मैं पांच महीने से एआईसीसी का प्रभारी हूं और पायलट जी ने कभी मुझसे इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की। मैं उनके साथ संपर्क में हूं और मैं अभी भी शांति की अपील करता हूं क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी के लिए एक बेशकीमती संपत्ति हैं।
इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पायलट के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत, जो वर्तमान में केंद्रीय कैबिनेट में जल संसाधन मंत्री हैं, के खिलाफ संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले की जांच चल रही है। शेखावत ने गहलोत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। पवन खेड़ा की प्रतिक्रिया बता रही है कि सचिन पायलट के आरोप तो ठीक हैं लेकिन उन्होंने मुद्दा उठाने का समय गलत चुना है।