क्या आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत की बड़ी वजह युवा हैं? क्या युवाओं की पहली पसंद अब केजरीवाल की पार्टी बन गई है? यदि ऐसा है तो युवाओं की पहली पसंद कहे जाने वाले मोदी कैसे मात खा गए? क्या मोदी युवाओं से ज़्यादा उम्रदराज लोगों की पसंद हो गए हैं? कम से कम दिल्ली चुनाव में मतदाताओं के आँकड़ों के विश्लेषण से तो यही लगता है।
दिल्ली चुनाव में युवाओं की पहली पसंद मोदी नहीं, अरविंद केजरीवाल
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
क्या आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत की बड़ी वजह युवा हैं? क्या युवाओं की पहली पसंद अब केजरीवाल की पार्टी बन गई है? यदि ऐसा है तो युवाओं की पार्टी कही जाने वाली बीजेपी कैसे मात खा गई?

चुनाव पूर्व कराए गए लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे बताते हैं कि आम आदमी पार्टी को युवाओं ने जमकर वोट दिया। 18 से 25 आयु वर्ग के हर 5 मतदाताओं में से तीन ने केजरीवाल की पार्टी को चुना। यानी 59 फ़ीसदी युवाओं ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया। यह 2015 के विधानसभा चुनाव से 2 फ़ीसदी ज़्यादा है। इस आयु वर्ग में हर तीन में से एक यानी 33 फ़ीसदी युवाओं ने बीजेपी को वोट दिया। यह बीजेपी को मिले कुल मत प्रतिशत से क़रीब सात फ़ीसदी कम है। बता दें कि बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री का चेहरा ही पेश किया गया था और उनके चेहरे पर ही वोट माँगे गए थे। पार्टी ने तो मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी घोषित नहीं किया था। इससे पहले 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने प्रधानमंत्री के चेहरे पर वोट माँगा था और तब युवाओं में उनका ज़बरदस्त क्रेज था। इन चुनावों के अलावा भी दूसरे चुनावों और चुनावी रैलियों में युवा मोदी के करिश्मे से काफ़ी प्रभावित रहे हैं।