फ़्लोर टेस्ट पर गहलोत इसलिए ज़ोर दे रहे हैं कि विश्वास मत जीतने से उनकी सरकार को अगले छह महीने के लिए राहत मिलेगी। यदि अदालत के आदेश की यथास्थिति के दौरान विश्वास मत आयोजित किया जाता है, तो बाग़ी विधायकों को अयोग्य ठहराया जा सकता है यदि वे अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ मतदान करते हैं।