दादा-दादी भी खेल रहे हैंः उन्होंने कहा कि खेलने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती। इसलिए, ग्रामीण ओलंपिक खेलों के लिए भी कोई आयु सीमा नहीं है। दादा-दादी भी मैदान में खेल रहे हैं। इससे राज्य में एक नई खेल संस्कृति का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने यह बात भरतपुर जिले के कुम्हेर के पाला गांव में ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में कही।