ठोस सबूत जैसी कोई चीज नहीं होती। पहले मैं समझता था कि यह दुर्लभ वस्तु भारत- पाकिस्तान-बांग्लादेश आदि पिछड़े देशों में नहीं पाई जाती मगर अभी पता चला है कि यह कनाडा जैसे विकसित देश में भी नहीं होती। अमेरिका तो और भी गया-बीता है। उसमें ठोस सबूत जैसी चीज होकर भी नहीं होती। डोनाल्ड ट्रम्प के विरुद्ध कितने ठोस सबूत सामने आए मगर बंदे का बाल भी बाँका नहीं हुआ। ठाठ से राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहा है और क्या पता जीत भी जाए!