महाभारत के पात्र धृतराष्ट्र का काल्पनिक प्रतीकात्मक फोटो
भारतीय राजनीति में इस समय धृतराष्ट्र और उसका संजय कौन है। व्यंग्यकार राकेश कायस्थ की नजर से इस धृतराष्ट्र और संजय को पहचानिए और उनके जुमलों को पढ़िएः
धृतराष्ट्र कोई एक व्यक्ति नहीं है, एक संस्थान स्वरूप पदवी है। धृतराष्ट्र बदलते रहते हैं लेकिन राष्ट्र के प्रति उनका अवदान नहीं बदलता। एक धृतराष्ट्र वो थे, जिन्होंने दुनिया की सबसे महंगी बाइक पर सवार होकर फोटो खिंचवाई थी और उसके बाद अचानक सार्वजनिक समारोह में उनकी पूरी पतलून बेल्ट समेत गिरकर जूतों तक आई थी। अच्छा हुआ उस वक्त कानून की देवी ने अपनी आंखों से पट्टी नहीं उतारी थी।
राष्ट्र को लेकर धृतराष्ट्र हमेशा चिंतित रहते हैं। समय-समय पर अपनी चिंता जताते हैं लेकिन जाने भी दो यारों के आखिरी दृश्य की तरह महाभारत में सलीम-अनारकली का ड्रामा होने देते हैं। धृतराष्ट्र को कुछ लोग घृतराष्ट्र भी मानते हैं। राष्ट्र में आजकल घी की नदियां बहती हैं। अगर घृतराष्ट्र दो चार चम्मच निकालकर अग्निदेवता को समर्पित कर दें तो भला इसमें एतराज लायक बात क्या है।