रूस ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को आधिकारिक मान्यता दी है। आखिर मास्को का यह कदम किस भू-राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है? जानिए रूस के हित, सुरक्षा चिंताएं और क्षेत्रीय समीकरण।
तालिबान ने आतंकवादी संगठन के रूप में शुरुआत की, लेकिन अब कई देशों से बातचीत और मान्यता की ओर बढ़ रहा है। जानिए उसके इस बदलाव के पीछे की रणनीति, राजनीति और अंतरराष्ट्रीय मायने।
विदेश मंत्री एस जयशंकर और तालिबान विदेश मंत्री की बातचीत ने नई कूटनीतिक संभावनाओं को जन्म दिया है। क्या भारत अफगानिस्तान में अपनी नीति बदल रहा है? जानिए इस मुलाक़ात के मायने।
क्या अफगानिस्तान में महिलाओं को अब इतनी भी आज़ादी नहीं कि वे खिड़कियों से बाहर देख सकें या फिर उन्हें कोई देख सके? जानिए, अब तालिबान का ताज़ा फरमान क्या है।
भारत ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को चाबहार पोर्ट से कारोबार की पेशकश की है। विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान डिवीजन के संयुक्त सचिव जेपी सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने 4-5 नवंबर को काबुल का दौरा किया। जहां उन्होंने तालिबान सरकार के मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब से भी मुलाकात की।