भारत के खिलाफ चीन के आर्थिक कदम क्या केवल व्यापार तक सीमित हैं या इसके पीछे कोई गहरी रणनीति है? जानिए चीनी निवेश, डंपिंग, तकनीकी प्रतिस्पर्धा और सप्लाई चेन के ज़रिए होने वाले आर्थिक प्रभाव का विश्लेषण।
एक बहस छिड़ गई है कि क्या आरएसएस की सामाजिक-राजनीतिक रणनीति भारत के विकास में बाधा बनी और चीन से पीछे छूटने का कारण बनी। जानिए इस विश्लेषण में तर्क, आलोचनाएं और संभावित सच्चाई।
चीन ने अमेरिका के 104% टैरिफ के जवाब में बुधवार को 84% जवाबी टैरिफ लगाया है। अब अमेरिका-चीन दोनों ही ट्रेड वॉर में उतर चुके हैं। इस आर्थिक टकराव का दुनिया के सभी बाजारों पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है।
चीन और अमेरिका में जबरदस्त ठन गई है। चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह फेंटेनाइल और व्यापार को लेकर टैरिफ युद्ध या किसी अन्य संघर्ष के लिए तैयार है। चीन-अमेरिका के बढ़ते विवाद के बारे में जानें।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान से दुनियाभर में आर्थिक मोर्चे पर हलचल मच गई है। ट्रम्प ने कहा है कि कनाडा, चीन और मेक्सिको पर टैरिफ 4 मार्च से लागू हो जायेंगे। इसके अलावा चीन पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ भी लगेगा। इस पर चीन ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा अमेरिका ब्लैकमेल न करे।
शी जिनपिंग के लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनने के पूरी दुनिया के लिए मायने क्या हैं? क्या शी की नीतियों से दुनिया प्रभावित होगी? चीन में शी के रवैये पर कैसी प्रतिक्रिया हुई?
श्रीलंका के आर्थिक संकट के बाद अब चीन में मंदी की आशंका क्यों जताई जा रही है? जानिए, चीन के आर्थिक संकट का दुनिया पर क्या असर हो सकता है।
चीन के बैंकों का पैसा कहां गया? लोगों के अकाउंट क्यों फ्रीज कर रहे हैं बैंक? और अब लोगों ने होमलोन की ईएमआई भरने से क्यों किया इनकार? क्या श्रीलंका के रास्ते पर जा रहा है चीन? या दुनिया के सामने खड़ा होनेवाला है एक बहुत बड़ा आर्थिक संकट? चीनी अर्थनीति के विशेषज्ञ प्रोफेसर राजीव अनंतराम से आलोक जोशी की बातचीत।
भारत जो अस्सी के दशक की शुरुआत में चीन से बड़ी अर्थव्यवस्था थी, आज उसके छठे हिस्से के बराबर क्यों रह गई है? ऐसा ही हाल रूस का भी क्यों है?
मैंकिजे की मानें तो अमेरिका को पीछे छोड़ कर चीन दुनिया का सबसे धनी बन गया है। क्या है इसकी वजह?
ऐसे समय में जब दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका और यूरोप की मजबूत अर्थव्यवस्थाएं कोरोना महामारी की चपेट से निकलने के लिए जूझ रही हैं, चीन ने 4.9 प्रतिशत की विकास दर दर्ज कर सबको चौंका दिया है।
क्या अमेरिका को चीन ने पछाड़ दिया है? क्या कोरोना ने अमेरिका की कमर तोड़ दी है? क्या है चीन के आगे बढ़ने का राज? आशुतोष के साथ चर्चा में- पूर्व सचिव, विदेश मंत्रालय विवेक काटजू और आलोक जोशी।
क्या चीनी उत्पादों का बायकॉट करना भारतीयों के लिए मुमकिन है? क्या ख़ुद भारतीय अर्थव्यवस्था इससे बदहाल नहीं होगी?