दुनिया के अनेक हिस्सों में पिछले हफ्ते बहुत से दिलचस्प नज़ारे दिखाई दिए हैं। भारत की राजनीति हो, दीपावली का उत्सव हो या दीपावली के दिन ब्रिटेन में एक हिंदू ऋषि सुनक का प्रधानमंत्री बनना हो। लेकिन इन सबके बीच जो एक चौंकानेवाला नज़ारा दिखाई दिया वो चीन से था। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस या अधिवेशन में। यह अधिवेशन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का नया नेतृत्व चुनता है या चुनता था। यही नेतृत्व चीन की सरकार होता है। पुरानी परंपराओं और नियमों को ताक पर रखकर इस बार शी जिनपिंग को तीसरी बार पार्टी का महासचिव या देश का सर्वोच्च नेता चुन लिया गया। माना जा रहा है कि अब जिनपिंग कम से कम दस साल के लिए और अगर वो चाहें तो ज़िंदगी भर के लिये चीन की सत्ता पर काबिज रह सकते हैं।