अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि अमेरिका और ईरान के अधिकारी अगले सप्ताह बातचीत करेंगे, जिससे इसराइल और तेहरान के बीच हाल के 12-दिवसीय संघर्ष के बाद दीर्घकालिक शांति की उम्मीद जगी है। यह बयान नीदरलैंड में आयोजित नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान दिया गया, जहां ट्रंप ने कहा कि वह ईरान के साथ परमाणु समझौते की वार्ता फिर से शुरू करने में विशेष रुचि नहीं रखते, क्योंकि अमेरिकी हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर दिया है। हालांकि इस बातचीत से यह उम्मीद नहीं है कि कोई नतीजा निकलेगा। क्योंकि ईरान ने साफ कर दिया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम जारी रहेगा। ऐसे में यूएस क्या नई शर्तें लगाएगा या फिर ईरान अड़ा रहेगा। ईरान की ओर से इस बातचीत को लेकर कोई उत्साह नहीं दिखाया गया है।