निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि 1967-68 में सीजेआई रहे कैलाशनाथ वांचू के पास क़ानून की डिग्री नहीं थी। इस बयान से उन्होंने फिर से न्यायपालिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या मौजूदा सीजेआई व सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी मामले में अवमानना की कार्रवाई पर असर पड़ेगा?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की सुप्रीम कोर्ट पर की गई टिप्पणी अब उनके लिए मुसीबत बन सकती है। उन पर न्यायपालिका की अवमानना का मामला बन सकता है। जानें पूरी स्थिति और क़ानूनी पहलू।
स्टैंडअप कॉमेडियन कुनाल कामरा और कार्टूनिस्ट रचिता तनेजा को सुप्रीम कोर्ट ने अदालत की अवमानना मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दोनों के ख़िलाफ़ अलग-अलग याचिकाएँ दायर की गई हैं।
पहले से ही सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी करने के लिए अवमानना मामले का सामना कर रहे कुनाल कामरा पर एक और अवमानना केस चलाने की मंजूरी दी गई है। कुनाल कामरा ने सीजेआई एस ए बोबडे के ख़िलाफ़ ताज़ा ट्वीट 18 नवंबर को किया था।
अर्णब गोस्वामी के मामले में सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी करने के लिए अवमानना केस का सामना कर रहे कॉमेडियन कुनाल कामरा ने कहा है कि वह न तो वकील करेंगे और न ही माफ़ी माँगेंगे, जुर्माना भरेंगे।
अर्णब गोस्वामी की ज़मानत को लेकर कई ट्वीट से सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करने पर स्टैंड अप कॉमेडियन कुनाल कामरा पर अवमानना का केस चलेगा। एटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने केस चलाने की अनुमति दे दी है।
साल 2009 में 'तहलका' को दिए इंटरव्यू में जजों पर की गई टिप्पणी पर उनके खेद प्रकट करने से सर्वोच्च अदालत संतुष्ट नहीं है।
मुखीम कोर्ट के निर्णय की रिपोर्ट करके सिर्फ़ अपने धर्म का निर्वाह कर रही थीं। जनतांत्रिक मूल्यों को लेकर ऐसी प्रतिबद्धता राष्ट्रीय संपादकों में शायद ही देखी जाती है।