जेएनयू में हुई बर्बरता को लेकर देश भर में राजनीतिक दलों के साथ ही उद्योग घरानों के प्रमुखों ने भी तीख़ी प्रतिक्रिया दी है।
जेएनयू में रविवार रात को नकाबपोशों द्वारा घातक हमले के बाद पुलिस ने दावा किया है कि कुछ नकाबपोशों की पहचान की गई है। हालाँकि अभी तक एक की भी गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश भर के विश्वविद्यालयों में जो रहा है, उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
केंद्र की मोदी सरकार पर बार-बार यह आरोप लगता है कि 2014 में जब से वह केंद्र की सत्ता में आयी है, विश्वविद्यालयों में छात्र शक्ति के दमन पर तुली है।
जेएनयू विश्वविद्यालय परिसर में हुए हमले की यह अहम बात थी कि इसमें वामपंथी रुझान वाले छात्रों और मुसलमानों को ख़ास कर निशाना बनाया गया।
जेएनयू में कौन थे ये गुंडे? क्या ये सत्ताधारी दल से जुड़े थे? क्या ये किसी छात्र संगठन के थे? वे इतने इत्मीमान से निकल कैसे गए? एक भी पकड़ा क्यों न जा सका?
जेएनयू के स्टाफ़ और छात्रों ने कहा कि पुलिस गेट पर मौजूद थी लेकिन उसने नक़ाबपोश गुंडों को रोकने की कोशिश नहीं की और वे छात्रों को पीटते रहे, तोड़फोड़ करते रहे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार की रात हुए हमले पूर्व नियोजित थे, सोची समझी रणनीति के तहत किए गए थे और इसके पीछे कट्टर दक्षिणपंथी छात्र संगठन के लोग थे।
कई छात्रों और टीचर्स के घायल होने की तसवीरें सोशल मीडिया पर आई हैं। जेएनयू छात्र संघ ने कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के इशारे पर हमला हुआ है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार शाम को बवाल हो गया। नक़ाबपोशों ने जेएनयू में घुसकर छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया।
जेएनयू में रविवार शाम को नक़ाबपोशों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया। हमले में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गईं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी जवाहरलाल विश्वविद्यालय के घायल छात्रों से मिलने के लिए ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (एम्स) के ट्रॉमा सेंटर गईं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हमले पर विश्विद्यालय के रजिस्ट्रार से रिपोर्ट माँगी है।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू में हिंसा के विरोध में छात्रों ने दिल्ली पुलिस के हेडक्वार्टर पर प्रदर्शन किया। छात्र हेडक्वार्टर के बाहर जमे हैं।
दिल्ली के लेफ़्टीनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस से कहा है कि वह कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार शाम को हिंसा भड़क गई। दर्जनों नकाबपोश लोगों ने कैंपस में छात्रों और अध्यापकों पर हमला कर दिया। इसमें विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष गंभीर रूप से घायल हो गईं।