मॉब लिंचिग के लिए बदनाम हो चुके झारखंड में एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।
देश का लगभग आधा हिस्सा विभाजन, नफ़रत और दमन की राजनीति में पिचका जा रहा है। मॉब लिंचिंग, सांप्रदायिक विद्वेष और जातीय-टकराव के 90% से ज़्यादा मामले उत्तर या मध्य भारत में क्यों?
एक बार फिर भीड़ ने क़ानून को अपने हाथ में लिया और पशु चोरी के शक में तीन लोगों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
उत्तर प्रदेश विधि आयोग ने मॉब लिन्चिंग रोकने के लिए क़ानून का मसौदा राज्य सरकार को भेज दिया है, पर इससे वे ही डरे हुए हैं, जिनकी सुरक्षा का दावा किया जा रहा है।
गाय चोरी करने के शक में भीड़ ने पीट-पीटकर एक युवक की जान ले ली। भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार दिए जाने की घटनाएँ पहले भी हो चुकी हैं।
बाइक चोरी के आरोप में तबरेज़ को पीट-पीट कर क्यों मार दिया गया? क्यों एक के बाद एक लिंचिंग की ऐसी घटनाएँ हो रही हैं? क्या ऐसा है 'न्यू इंडिया'?
आशुतोष पूछते हैं, मुसलिमों के ख़िलाफ़ लिंचिंग के मामले पर क्या राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण कड़ी कार्रवाई की ओर इशारा करता है? क्या मोदी की भाषा लिंचिंग करने वाली भीड़ के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करने वाली नहीं होनी चाहिए थी? देखिए आशुतोष का वीडियो।
एक बार फिर कथित गो रक्षकों ने आतंक दिखाते हुए गुरुग्राम में दो लोगों को पीट दिया। घटना मंगलवार तड़के की है।
जय श्री राम के नाम पर मुसलमानों पर निशाना क्यों? देखिए आशुतोष का विश्लेषण।
गोरक्षा के नाम पर महिला समेत तीन लोगों की बेरहमी से पिटाई करने का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में कथित गोरक्षक एक महिला समेत तीन लोगों को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटते नज़र आ रहे हैं।
अमेरिका से एमबीए करने वाले और कॉरपोरेट जगत में लंबे समय तक ऊंचे पदों पर काम करने वाले जयंत सिन्हा पीट पीट कर मार डालने के मामले के अभियुक्तों की आर्थिक मदद करते हैं। लेकिन क्यों?