जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ क़ानून को लेकर ज़बरदस्त हंगामा हुआ। विपक्ष और सत्ताधारी विधायकों के बीच तीखी बहस के बाद हाथापाई तक की नौबत आ गई। आखिर विवाद की जड़ क्या है?
हरियाणा, महाराष्ट्र चुनाव में हार के बाद विपक्षी दलों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर चिंता व्यक्त करते हुए बैलेट पेपर वोटिंग की वकालत की। लेकिन अब इंडिया गठबंधन के ही दलों के सुर क्यों बदले?
2018 में राज्यपाल शासन के तहत छह महीने पूरे होने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। इसके बाद इसका राज्य का दर्जा छीन लिया गया। धारा 370 को खत्म कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराये गये। जिसमें नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला है। नेशनल कान्फ्रेंस के उमर अब्दुल्लाह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सीट बँटवारे को लेकर घोषणा कर दी गई। जानिए, कितनी-कितनी सीटों पर सहमति बनी।
जम्मू कश्मीर में उच्चस्तरीय घटनाक्रम हो रहे हैं जिन्हें समझने के लिए दूर तक सोचना पड़ेगा। ईडी के एक पुराने मामले में नेशनल कॉन्फ्रेंस फारूक अब्दुल्ला को हाईकोर्ट ने राहत दे दी। दूसरी तरफ कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव से पहले ही सभी 90 सीटों पर समझौता कर लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने दो दिन श्रीनगर में बिताए। दिल्ली में शुक्रवार को कांग्रेस चुनाव की समिति की बैठक जम्मू कश्मीर चुनाव को लेकर बुलाई गई है। जानिए पूरी राजनीतिः
जम्मू कश्मीर में एक दशक बाद होने जा रहे चुनाव को लेकर कांग्रेस नयी योजना की तैयारी में है। जानिए, इसको लेकर इसने एनसी और पीडीपी से क्या कहा है।
कश्मीर घाटी में 'प्रॉक्सी' दलों की आड़ में लोकसभा चुनाव लड़ने का भाजपा का प्रयोग बुरी तरह नाकाम रहा है क्योंकि उन सभी दलों के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। राज्य में विधानसभा चुनाव कभी भी हो सकते हैं। चुनाव आयोग ने चुनाव चिह्न पर सुझाव मांगे हैं। ऐसे में भाजपा क्या कश्मीर घाटी में चुनाव लड़ पाएगी या फिर इन्हीं प्रॉक्सी दलों को उतारेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 7 मार्च को जम्मू कश्मीर का दौरा किया है। इस मौके पर श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में उन्होंने 6400 करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है।
इंडिया गठबंधन से एक के बाद एक राजनीतिक दल क्यों निकलते जा रहे हैं? जानिए, जम्मू कश्मीर में फारुक अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के चुनाव लड़ने को लेकर क्या कहा और उमर अब्दुल्ला ने क्या सफाई दी।
लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद, कारगिल यानी एलएएचडीसी के चुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। जानिए, कांग्रेस और एनसी का प्रदर्शन।
उमर अब्दुल्ला ने बीते दिनों में मुल्क की सियासत में उठे सांप्रदायिक मसलों को लेकर बेहद तल्खी के साथ अपनी बात रखी है। जानिए उन्होंने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने, हलाल मीट को लेकर क्या कहा?