डॉ. वैदिक की कमी को इंदौरी दिल से महसूस करना होगा!
असली डॉ. वैदिक वे नहीं थे जो दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के लाउंज, उसके लंच-डिनर हॉल, सार्वजनिक समारोहों या राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय गोष्ठियों में बोलते नज़र आते थे। जानिए, श्रवण गर्ग उनको कैसे याद करते हैं।