अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल़्ड ट्रंप की 2020 में भारत यात्रा विवादों में रही है। उसे लेकर एक आरटीआई दायर की गई थी, जिसमें पूछा गया था कि भारत सरकार ने इस यात्रा पर कितना खर्च किया था। बहुत लंबे अर्से बाद विदेश मंत्रालय ने उसका जवाब केंद्रीय सूचना आयोग को भेजा है।
डोनल्ड ट्रंप के दौरे के बाद भारत और अमेरिका ने आर्थिक या सामरिक क्षेत्र में किसी नाटकीय समझौते की घोषणा या कोई सहमति का एलान तो नहीं किया लेकिन इससे राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे की अहमियत कम नहीं हो जाती।
डोनल्ड ट्रंप की यात्रा में रक्षा सौदे पर सहमति बनी, लेकिन दूसरे व्यापारिक मुद्दों पर सिर्फ़ बात ही हुई। तो क्या ट्रंप रक्षा से जुड़े अपने सामान बेचने आए थे? अमेरिका द्वारा जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ़ प्रीफ़रेंसेज से भारत को बाहर करने के मामले पर बात क्यों नहीं हुई? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ चर्चा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की यात्रा को लेकर जैसा पहले से अंदेशा जताया जा रहा था वैसा ही हुआ। यानी रक्षा सौदे पर सहमति बनी, लेकिन दूसरे व्यापारिक मुद्दों पर सिर्फ़ बात हुई और रिश्ते मज़बूत करने की बात कही गई।
ट्रंप के दौरे में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर ज़ोर क्यों नहीं है? क्या यह सिर्फ़ मार्केटिंग स्ट्रैटजी है? या यह ट्रंप के चुनावी अभियान का हिस्सा है और इसमें मोदी उनकी सहायता कर रहे हैं? क्या हैं ट्रंप के भारत दौरे के मायने? देखिए करंट अफ़ेयर्स एडिटर नीलू व्यास और वरिष्ठ पत्रकार व अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा की चर्चा।
चीन पर नकेल कसने के लिए क्या अमेरिका अब नयी पहल कर रहा है? चीन के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव यानी बीआरआई की काट के लिए ब्लू डॉट नेटवर्क बनाने की तैयारी चल रही है। क्या भारत उसमें हिस्सेदार होगा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ भारत की तो जमकर तारीफ़ की ही, लेकिन पाकिस्तान की तारीफ़ क्यों कर दी? आख़िर आतंकवाद पर सख्त रूख अपनाने वाले ट्रंप पाकिस्तान पर नरम क्यों दिखे? क्या है उनकी मजबूरी? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में क़ानूनी और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार राकेश कुमार सिन्हा के साथ चर्चा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने बेलाग होकर कहा है कि भारत के विशाल बाज़ार पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं।
डोनल्ड ट्रंप ने मोटेरा स्टेडियम में भाषण करते हुए खुले आम कह दिया कि वह भारत को ज़्यादा से ज़्यादा हथियार बेचना चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की यात्रा के बीच ही शेयर बाज़ार ने गोता लगाया है। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सेंसेक्स 806.89 अंकों की भारी गिरावट के साथ 40363.23 पर बंद हुआ।
डोनल्ड ट्रंप के भारत पहुँचने पर भव्य स्वागत हुआ, लेकिन अब क्या व्यापार और रिश्ते की बात भी कुछ हो पाएगी? कहीं यह यात्रा ट्रंप की घरेलू चुनावी का एक शो भर तो नहीं रह जाएगा? या फिर कुछ विशेष रिश्ते में गरमाहट आएगी। देखिए ट्रंप की यात्रा पर विशेष रिपोर्ट।
ट्रंप के कार्यकाल ख़त्म होने के समय उनकी भारत यात्रा क्यों हुई? यदि व्यापार समझौता होगा भी तो किसके पक्ष में होगा? 'अमेरिका फ़र्स्ट' का नारा लगाते रहने वाले भारत को क्या कुछ देने को तैयार होंगे या केवल सबकुछ अपने पक्ष में कर लेंगे? देखिए सीएनबीसी के पूर्व संपादक और आर्थिक विशेषज्ञ आलोक जोशी की रिपोर्ट।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में भाषण करते हुए इसलामी आतंकवाद का मुद्दा ज़ोरों से उठाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पहुँचने से कुछ देर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत आपका इंतज़ार कर रहा है।
The vijai trivedi Show 05- क्या किसानों की फ़सलों की क़ीमत पर अमेरिकी राष्ट्रपति को ख़ुश करने की योजना उचित है? भारत के अपने लोगों से ज़्यादा कीमती है ट्रंप का सम्मान? और कैसे हुई पूर्व एटीएस चीफ़ हेमंत करकरे की मौत? क्या आतंकवादी कसाब को हिंदू साबित करना चाहता था आतंकी संगठन? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ सत्य हिंदी का ख़ास साप्ताहिक कार्यक्रम The Vijai Trivedi show.
डोनाल्ड ट्रंप का भारत पर अमेरिका से डेयरी उत्पादों के आयात को लेकर दबाव है। लेकिन भारत इसके पक्ष में इसलिए नहीं है कि वहाँ की गायें माँसाहारी हैं। उनके चारे में माँस और बूचड़खानों से निकलने वाले ख़ून मिले होते हैं। क्यों मिलाए जाते हैं ख़ून और क्या प्रधानमंत्री मोदी ऐसी गायों के दूध आयात को स्वीकार करेंगे? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के भारत दौरे और उनके स्वागत पर सरकार को बुरी तरह घेरा है और कई तरह के सवाल किए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की इस भारत-यात्रा से भारत को कितना लाभ हुआ, यह तो यात्रा के बाद ही पता चलेगा, लेकिन ट्रंप ऐसे नेता हैं, जो अमेरिकी फायदे के लिए किसी भी देश को कितना ही निचोड़ सकते हैं।
भारत में दूध एवं दुग्ध उत्पादों का आयात एक बार फिर चर्चा में है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत करने जा रहे भारत पर अमेरिका से डेयरी उत्पादों के आयात को लेकर दबाव है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ख़ुश करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खेतों को सिंचाई के लिए मिलने वाला गंगा के पानी को रोक दिया गया। मौसम में गर्मी थी और फ़सल बचाने के लिए पानी की दरकार थी।
डोनाल्ड ट्रंप का भव्य स्वागत क्यों? क्या ट्रंप अपने चुनावी प्रचार के लिए आ रहे हैं या फिर भारत में उनको बड़ा बाज़ार दिखता है? कहीं चीन के ख़िलाफ़ भारत को खड़ा करने की एक रणनीति तो नहीं है? क्या हो अगर व्यापार सौदे हो ही नहीं या फिर सौदे अमेरिका अपने पक्ष में करा ले? इन्हीं सवालों पर देखिए आशुतोष की बात में इस विषय के जानकार प्रमोद मल्लिक के साथ चर्चा।
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपने कार्यकाल के अंतिम साल में भारत का दौरा करने का फ़ैसला सामरिक या आर्थिक रिश्तों के नज़रिये से अहम माना जा रहा है लेकिन ट्रंप केवल इन्हें प्रगाढ़ बनाने के इरादे से ही भारत आ रहे हैं, यह कहना सटीक नहीं होगा।
ख़बरें आ रही हैं कि ट्रम्प 24 फ़रवरी को अहमदाबाद में 'दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम' का उद्घाटन करेंगे। यह भी कि बॉलीवुड के अनेक कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे।
राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के कुछ ही दिन पहले ही अमेरिका ने क्यों भारत को विकासशील देशों की सूची से बाहर कर विकसित देशों की सूची में डाल दिया है?