उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में ‘करो या मरो’ की जंग लड़ रही बीजेपी के सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को टोंटीचोर कहना महँगा पड़ सकता है।
कुल पाँच मिनट की बातचीत में ग्राम प्रधान को बीजेपी विधायक समझाते रहते हैं पर वह टस से मस नहीं होता है। आख़िरकार हार कर विधायक महोदय फ़ोन काट देते हैं।
ग़ौरतलब है कि सुल्तानपुर से बीजेपी के टिकट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गाँधी मैदान में हैं और उनके सामने सपा-बसपा के चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह प्रत्याशी हैं। मेनका को सुल्तानपुर सीट पर कड़ा मुकाबला मिल रहा है। सुल्तानपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाली पाँच विधानसभा सीटों में चार बीजेपी के कब्जे में हैं जिनमें से एक लम्भुआ भी है।
अखिलेश यादव अपनी कई रैलियों में इस सवाल को उठा चुके हैं। उनका कहना है कि पिछड़ी जाति में होने के चलते उनके मकान को गंगाजल से धोया गया। उनका कहना है कि बीजेपी उन्हें टोंटीचोर कह कर इसलिए अपमानित करती है क्योंकि वह पिछड़ी जाति के हैं।