यूपी के हमीरपुर, बलिया, गाजीपुर और उन्नाव में यमुना और गंगा में बहती लाशों के ढेर नजर आ रहे हैं।
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक गांव-गांव जांच हो रही है और दवाएं बंट रही हैं तो सैनिटाइजेशन भी हो रहा है। सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से मिली वाहवाही का हवाला देते हुए ट्विटर पर खुद के मॉडल को बेहतर करार देने का ट्रेंड भी करा रही है।
बलिया, गाजीपुर से लेकर उन्नाव तक गांव वालों का कहना है कि लकड़ी के दाम आसमान छू रहे हैं और मिल भी नहीं रही है। नतीजतन, ज्यादातर लोग शवों को रेत में ही दफना दे रहे हैं। हालत यह हैं कि घाट पर अब शवों को दफनाने की जगह तक नहीं बची है।